कक्षा ११ पाठ्यक्रम परिमार्जन हुने

काठमाडौं, कात्तिक २२ । पाठ्यक्रम विकास केन्द्रले कक्षा ११ र १२ को पाठ्यक्रम परिमार्जन गर्ने भएको छ ।

शिक्षा ऐन आठौ संशोधनले शिशुदेखि १२ कक्षासम्म विद्यालय शिक्षामा अंगिकार गरिसकेपछि पहिलाको पटक कक्षा ११ को पाठ्यक्रमलाई विद्यालय शिक्षा अनुसारको बनाउन लागिएको हो ।

विश्वविद्यालयको प्रमाणपत्र तहको विभिन्न संकायलार्इ आधारमा मानेर साविक उच्च माध्यामिक शिक्षा परिषद्ले बनाएको कक्षा ११ र १२ को पाठ्यक्रमलार्इ केन्द्रले एकरुपता हुनेगरी परिमार्जन गर्न लागेको हो ।

केन्द्रले राष्ट्रिय पाठ्यक्रमको प्रारुप समेत संशोधन गरी माध्यामिक तहको कक्षा ९ देखि १२ सम्मको संरचना स्वीकृतिको क्रममा रहेको जनाएको छ ।

सीताराम विवाह महोत्सव मङ्सिर २ देखि

जनकपुरधाम, कात्तिक १२ । आगामी मंसिर २ देखि ८ गतेसम्म यहाँ सीताराम विवाह महोत्सव मनाइने भएको छ । गोस्वामी तुलसीदासले ‘रामायण’मा वर्णन गर्नु भएअनुसार जनकनन्दनी सीताको विवाह भएको दिनलाई सम्झेर मिथिलावासीले यसलाई विशेष महोत्सवका रूपमा मनाउने गरेका छन् । त्रेतायुगमा मिथिलाका राजा जनकले छोरी सीताको स्वयंवरका लागि राखेको शिवधनुषलाई अयोध्याका राजा दशरथका ज्येष्ठ पुत्र रामले तीन टुक्रा पारेपछि मंसिर शुक्लपञ्चमीका दिन राम र सीताको विवाह भएको थियो । सीतालाई छोरी–बहिनीका रूपमा मान्ने मिथिलावासी महोत्सवमा देवीदेवताको सहभागिता शरीरबाट नभए पनि अदृश्य रूपमा नै हुने विश्वासले हर्षाेल्लासका साथ प्रतिछाया जन्तीको आगमनदेखि बिहेसम्म सहभागी हुुने गरेका छन् । मिथिलामा दुलहा पक्षलाई अयोध्यावासी र दुलही पक्षलाई मिथिलावासी मान्ने चलन छ । सीतारामको प्रतीकात्मक विवाह मैथिल संस्कृतिअनुसार गर्ने परम्परा छ । जानकी मन्दिरका सहमहन्त रामरोशन दासका अनुसार महोत्सवमा मङ्सिर २ गते जनकपुर दर्शन, ३ गते फूलबारी लीला ,४ गते धनुषयज्ञ, ५ गते तिलकोत्सव, ६ गते मटकोर, ७ गते शुभविवाह र ८ गते रामकलेवाको कार्यक्रम छ ।

प्रचण्डलाई जिताउन चितवनमा चुनाबी अभियान सुरु

चितवन, कार्तिक १ । नेकपा माओवादी केन्द्र चितवनले पार्टी अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल प्रचण्डलाई जिताउनका लागि चुनावी अभियान सुरु गरेको छ । गएको भदौ २३ नै अध्यक्ष प्रचण्डले आगामी मंसिरमा हुने प्रतिनिधिसभा निर्वाचनमा चितवन क्षेत्र नं. ३ बाट उठ्ने घोषणा थिए । तीनवटा निर्वाचन क्षेत्र रहेको चितवनमा क्षेत्र नं. १ मा ईश्वरी भट्टराई, २ मा नारायण दाहाल र ३ मा सूर्य सुवेदी ‘पथिक’ को संयोजकत्वमा निर्वाचन परिचालन समिति गठन भएको छ । निर्वाचन परिचालन समितिको संयोजकमा पार्टीका केन्द्रीय नेता अमिक शेरचन रहेका छन् । तीनवटै क्षेत्रमा पनि समिति गठन भएको छ । पार्टी अध्यक्ष नै उठ्ने भएपछि उनको जित निश्चित गर्न माओवादी केन्द्रले अरुभन्दा अगाडि नै चुनावी तयारीलाई तिव्रता दिएको नेताहरुको भनाइ छ । कार्तिक ७ मा आमसभा माओवादीले कात्तिक ७ गते आमसभाको आयोजना गरेको पार्टीका जिल्ला संयोजक नेता यमबहादुर परियारले जानकारी दिए । सो सभालाई सम्बोधन गर्न माओवादीका केन्द्रीय अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड, रामबहादुर थापा ‘वादल’ र नारायणकाजी श्रेष्ठ ‘प्रकाश’ आउने परियारको भनाइ छ । आमसभाको पनि भव्य तयारी भएको नेता परियारले बताए ।

५५ किमी पाइप बिच्छ्याउन अझै बाँकी

काठमाडौँ, असोज २० । मेलम्चीको पानी उपत्यकामा वितरण गर्न ६७० किमी पाइप बिच्छ्याउनुपर्नेमा ५५ किमीको काम बाँकी छ । काठमाडौँ उपत्यका खानेपानी लिमिटेड आयोजना कार्यान्वयन निर्देशनालयले उपत्यकामा पानी वितरणका लागि पाइप बिच्छ्याउने जिम्मेवारी पाएको छ । असोजमै पानी ल्याइसक्ने सरकारको लक्ष्य थियो । सुरुङको काम नसकिएकाले र वर्षा याममा सडक हिलाम्मे हुने भएपछि निर्देशनालयले उपत्यकाका मुख्य सडकमा पाइप बिच्छ्याउने काम केही समयलाई रोकेको थियो । वर्षा याममा सडक खनेर पाइप बिच्छ्याउँदा धुलो र हिलोका कारण आवतजावतमा समस्या भएपछि वर्षा नसकिएसम्मका लागि रोकिएको काम पुनः शुरु गरिएको निर्देशनालयका प्रवक्ता लीलाप्रसाद ढकालले बताए । “पानी वितरणका लागि ६० किमी थोक वितरण प्रणालीको पाइप बिच्छ्याइएको छ, ६० किमीमध्ये पाइप जोड्नुपर्ने स्थानबाहेकमा काम सकिएको छ, वितरण सञ्जालको ५५ किमी पुस मसान्तसम्म सक्ने योजना छ”, उनले भने । पुस मसान्तसम्म पहिलो चरणमा पानी वितरण गरिने स्थानमा पाइप बिच्छ्याइसक्ने योजना रहेको निर्देशनालयले जनाएको छ । पाइप बिच्छ्याइएको स्थानमा पाइप परीक्षण पनि शुरु गरिएको छ । सुन्दरीजलबाट बाग्मतीको पानी प्रशोधन केन्द्रमा लगेर पाइप परीक्षण गरिएको हो। बाँकी करिब डेढ किमी सुरुङ निर्माण सकेर चैत मसान्तसम्म पानी काठमाडौँ ल्याई वितरण गरिसक्ने मेलम्ची खानेपानी आयोजनाको लक्ष्य छ । सिन्धुपाल्चोकको हेलम्बु गाउँपालिकाबाट २७ किमी सुरुङ निर्माण गरेर उपत्यकामा मेलम्ची खोलाको पानी ल्याउने अन्तिम तयारी भइरहेको छ ।

परिवर्तन के पक्षधर पार्टी माओवादी ही है, इसीलए मैं प्रवेश किया

रामेश्वर राय यादव मधेश राजनीति में एक परिचित नाम है । यादव की राजनीतिक जीवन की शुरुआत मधेशवादी पार्टी से ही हुई थी । सद्भावना से राजनीतिक जीव में सक्रिय वह पिछली बार मधेशी जनअधिकार फोरम लोकतान्त्रिक के उपाध्यक्ष थे । लेकिन यादव बुधबार (भाद्र १४ गते, २०७४) सर्लाही जिला के चक्रघाट में एक कार्यक्रम आयोजित कर माओवादी केन्द्र में में प्रवेश किया । उस दिन माओवादी केन्द्र के अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचण्ड’ ने यादव सहित अन्य दल आबद्धद्ध हजारों नेता तथा कार्यकर्ता को माओवादी में स्वागत किया था । इसी सन्दर्भ को लेकर लिलानाथ गौतम ने यादव से बातचीत की है । प्रस्तुत है– बातचीत का सम्पादित अंश– आप क्यों माओवादी में प्रवेश किए हैं ?  मेरी सम्पूर्ण राजनीतिक जीवन मधेश मुद्दा को स्थापित करने के लिए समर्पित हो रहा है । सद्भावना पार्टी से ही मैं इस मुद्दा को स्थापित कर रहा हूं । पिछली बार यह महसुस हो रहा है कि पीडित समुदाय सिर्फ मधेश में ही नहीं है, पहाड और हिमाल में भी है । राज्य सत्ता में उन सभी का पहुँच होना जरुरी है । सभी उत्पीडित जाति, समुदाय, भाषा–भाषी को न्याय और अधिकार दिलाना हम जैसे राजनीतिक कर्मियों का कर्तव्य है । और समतामुलक समाज निर्माण करना है । यही कर्तव्य बोध के साथ मैं माओवादी में प्रवेश किया हूं । कुछ मधेशवादी नेता बताते हैं कि मधेश में रहनेवाले उत्पीडित और अधिकार विहीन जनता की मुद्दा तो सिर्फ मधेशवादी पार्टी ही स्थापित कर सकती है । लेकिन आप तो माओवादी में प्रवेश किए हैं, क्यों ?  हां मैं भी यही समझता था । लेकिन अभी जो मधेशवादी पार्टी और नेता हैं, उन सबों की प्रथमिकता में मधेश की जनता नहीं है । मधेश के नाम में राजनीति तों करते हैं, लेकिन उन की प्राथमिकता कुछ और ही है । कुछ और का मतलव ? वे लोग देश, मधेश तथा जनता को समृद्ध बनाने के लिए और अधिकार दिलाने के लिए नहीं, व्यक्तिगत एवं परिवारिक सुरक्षा और भविष्य के लिए राजनीति को प्रयोग कर रहे हैं । ऐसे लोग मधेशी जनता को धोका दे रहे हैं । मधेश के नाम में जो आज राजनीति कर रहे हैं, उन सभी की मानसिकता संकुचित हैं । उन लोगों की झुठा गतिविधि और प्रचार–प्रसार के कारण ही आज मधेश की वास्तविक मुद्दा कमजोर बन रहा है । आप फोरम लोकतान्त्रिक छोड़ कर अन्य मधेशवादी पार्टी में भी प्रवेश कर सकते थे । लेकिन नहीं किया, क्यों ? क्या सभी मधेशवादी पार्टी ऐसे ही है, जो आप कह रहे हैं ! हां, लगभग ऐसे ही हैं । दल और नेताओं के अनुसार किसी में कमों–वेश हो सकता है । आप भी मधेशवादी पार्टी को छोड़ कर राष्ट्रीय पार्टी में प्रवेश करते हैं तो मधेश की मुद्दा कैसे संबोधन हो सकती है ।  मैंने पार्टी परिवर्तन किया है, मधेश मुद्दा और विचार को नहीं । पहले ही कह चुका हूं, आज जिसको हम मधेशवादी पार्टी कहते हैं, वे मधेश में रहनेवाले अधिकांश जनता की प्रतिनिधित्व नहीं करती । इसीलिए मधेश मुद्दा तथा समस्या समाधान के लिए ही मैं माओवादी केन्द्र में प्रवेश किया हूं । मधेश को अधिकार दिलाने के लिए कोई भी क्षेत्रीय तथा जातीय पार्टी की आवश्यकता नहीं है । राष्ट्रीय पार्टी में आबद्ध होकर भी मधेशी जनता को अधिकार सम्पन्न किया जा सकता है । राष्ट्रीय पार्टी में प्रवेश करने के लिए तो माओवादी से अधिक बड़ा कांग्रेस और एमाले भी था । क्यों आपने माओवादी को ही चुन लिया ?  एमाले की तो पहिचान ही मधेश विरोधी है । वह राष्ट्रवाद के नाम में गलत प्रचार–प्रसार कर रहा है, ऐसी पार्टी में मैं कसै प्रवेश कर सकता हूं ! कांग्रेस, मधेश में रहनेवाले जनता के पक्ष में कुछ बोल तो सकता है, लेकिन अपनी ही कथन को व्यवहार में कार्यान्वयन नहीं करता । इतिहास देखे तों आज मधेश के नाम में जितना भी आंदोलन हुआ है और अधिकार प्राप्त हो रहा है, उन सभी के पीछे प्रत्यक्ष–अप्रत्यक्ष माओवादी का ही हाथ है । माओवादी ने दस वर्षीय जनयुद्ध के दौरान जो राजनीतिक चेतना जनता में पहुँचाई, वही चेतना के कारण मधेश में विभिन्न राजनीतिक आंदोलन हुआ है । हां, उस का नेतृत्व माओवादी नहीं कर पाया, गलत पार्टी और नेता उस आंदोलन को नेतृत्व करने के लिए पहुँचे । प्रमाणित हो रहा है कि परिवर्तन और उत्पीडित समुदाय के लिए लड़ने वाला पार्टी ही माओवादी है, इसीलिए मैं यहां प्रवेश किया हूं । मधेश के नाम में राजनीति करने वाले नेता, (विशेषतः राजपा) कहते हैं कि मधेश मुद्दा में कांग्रेस–एमाले–माओवादी एक ही हैं, इस कथन में कुछ टिप्पणी ? किसी दूसरे पार्टियों के बारे में ज्यादा बोलना मुझे ठीक नहीं लगता । मैं इतना जनता हूं कि मधेशवाद के नाम में जो राजनीति कर रहे हैं, वे लोग राजनीतिक मुद्दा से नहीं व्यक्तिगत सुुरक्षा से ज्यादा मतलव रखते हैं । चुनावी माहौल में राजनीतिक नेता और कार्यकर्ता अपनी मूल पार्टी बदलते रहते हैं । आप को भी माओवादी केन्द्र ने कोई प्रलोभन दिया होगा, इसीलिए माओवादी प्रवेश करे होंगे । बताइए ! माओवादी ने क्या आश्वासन दिया है ? मैं आश्वासन में बिकने वालों में से नहीं हूं । अभी तो स्थानीय चुनाव चल रहा है । मुझे कोई स्थानीय निकाय में उठना और जीतना भी नहीं हैं । क्यों मैं आश्वसन में पड़ जाऊ ? आप फोरम लोकतान्त्रिक में उपाध्यक्ष थे, माओवादी में आप का भूमिका क्या होगी ?  इसके बारे में पार्टी के अन्दर विचार–विमर्श हो रही है । मुझे विश्वास है, मेरे हैसियत और योग्यता के अनुसार मुझे जिम्मेवारी मिल ही जाएगी । प्रदेश नं. २ में स्थानीय चुनाव हो रहा है, आप की मूल्यांकन में उस प्रदेश में कौन–सी पार्टी प्रथम बन सकता है ? माओवादी की प्रतिस्पर्धा किससे होगी ?  इतिहास देखें तो २ नम्बर प्रदेश, नेपाली कांग्रेस का प्रभाव क्षेत्र है । दूसरा एमाले ही था, लेकिन अभी एमाले महेन्द्र राजमार्ग के आसपास सिमित है । राजमार्ग के दक्षिण एमाले का प्रभाव नहीं है । एमाले हो या कांग्रेस, यह दोनों पार्टी के प्रति मधेशी जनता की विश्वास खो चुका है । ऐसी अवस्था में माओवादी केन्द्र ने जिस तरह अपनी गतिविधि को बढ़ाया है, उसे देखकर मुझे लगता है कि माओवादी ही प्रथम पार्टी होगा । अगर ऐसा होगा, तो यह आश्चर्य की बात नहीं है । हां माओवादी की प्रतिस्पर्धा नेपाली कांग्रेस से है । आप कितने लोगों को लेकर माओवादी प्रवेश किए हैं ?  पार्टी प्रवेश कार्यक्रम में माओवादी केन्द्र के अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड ने ६ हजार से ज्यादा नेता तथा कार्यकर्ता को टीका लगाए हैं । समय अभाव के कारण अन्य हजारों नेता तथा कार्यकर्ता छूट गए हैं । लेकिन वे सभी माओवादी में प्रवेश हुए हैं । अन्त में, कुछ कहना चाहेंगे आप ?  मधेश आन्दोलन के नाम में १५० से ज्यादा मधेशी युवाओं ने अपनी शाहदत प्रदान किया है । लेकिन इन शहीदों को ऊचित सम्मान नहीं हो रहा है । हम सभी ने इस तथ्य को हृदयंगम करना होगा । नहीं तो ‘मधेशवाद’ के नाम में सिर्फ व्यक्तिगत लाभहानी का राजनीति चलता ही रहेगा । इसीलिए जो परिवर्तन चाहता है, परिवर्तनकारी शक्ति है, वे सभी इकठ्ठा होने की समय आ गया है । इसके लिए माओवादी एक आधार बन सकता है । -हिमालिनिबाट    

मधेसी जनतासंग प्रचण्डको चियागफ (एक भिडियो)

काठमाडौं, भदौ १७ । मधेसी जनतासंग भावना साटासाटका साथै उत्पिडित मुश्लिम जनताको हकहितलगायत समग्र मधेशका बारे मधेशी जनताको बिचमा चियागफ गर्दै प्रचण्ड (एक भिडियो)  

श्रीमतीले झुण्डीएर आत्महत्या गरेपछि श्रीमानले विष सेवन गरे

काभ्रे, भदौ १५ । काभ्रेमा एक दम्पतीले आत्महत्या गरेका छन् । पनौती नगरपालिका ५ कि २९ वर्षीया सलिन केसीले घर नजिकको रुखमा पासो लगाएर आत्महत्या गरेको जिल्ला प्रहरी कार्यलय काभ्रेले जनाएको छ। बिहीबार बिहान घरमा सामान्य झगडा हुँदा केसीले आत्महत्या गरेको ईलाका प्रहरी कार्यलय बनेपाले जनाएको छ। श्रीमान दीपकले श्रीमती पासो लगाएको थाहा पाएसंगै डोरी काटेर अस्पताल लाने क्रममा बाटोमै मृत्यु भएको थियो । श्रीमतीले पासो लगाएको देख्नासाथ श्रीमानले पासो काटेर स्वयम् विष सेवन गरेको खुलेको छ। श्रीमान दीपकको अहिले बनेपास्थित शिरमेमोरीयर अस्पतालमा उपचार भइरहेको प्रहरीले जनाएको छ। घटनाबारे अनुसन्धान भइरहेकाे प्रहरीले जनाएकाे छ ।

इङ्लिस प्रिमियर लिगः म्यान्चेस्टर युनाईटेड र म्यान्चेस्टर सिटी विजयी

काठमाडौं, भदौ ११ । इङ्लिस प्रिमियर लिग फुटबलअन्तर्गत राती भएका खेलमा म्यान्चेस्टर युनाईटेड र म्यान्चेस्टर सिटी विजयी भएका छन् । आफ्नै मैदानमा भएको खेलमा जोजे मौरिन्होको म्यान्चेस्टर युनाईटेडले लेस्टर सिटीलाई २-० ले हरायो । खेलमा म्यानयुलाई विजयी गराउन वैकल्पिक खेलाडिहरु मार्कस रास्फोर्ड र मराउने फेलियानीले एक/एक गोल गरे । यसअघि रोमेलु लुकाकुले पाएको एउटा पेनाल्टी अवसर खेर फालेका थिए । प्रिमियर लिगकै अर्को खेलमा म्यान्चेस्टर सिटीले बर्नमाउथलाई २-१ ले हरायो । खेलमा म्यान्चेस्टर सिटीलाई विजयी गराउन राहिम स्टर्लिङले अतिरिक्त समयमा निर्णायक गोल गरे । यसअघि बर्नमाउथका चार्ली ड्यानियल्सले पहिलो गोल गरेका थिए भने सिटीका ग्याब्रिएल जिससले बराबरी गोल गरेका थिए । प्रिमियर लिग फुटबलकै अन्य खेलहरुमा स्वान्सी सिटीले क्रिस्टल प्यालेसलाई २-० ले तथा न्यूकासल युनाईटेडले वेष्ट ह्याम युनाईटेडलाई ३÷० ले हराएका छन् । हडर्सफिल्ड टाउन र साउथह्याम्पटन तथा वाट्फोर्ड र ब्राईटनले भने गोलरहित बराबरी खेलेका छन् । प्रिमियर लिग फुटबलमा आज चार खेल हुनेछन् । आज हुने खेलहरुमा चेल्सी र एभर्टन, लिभरपुल र आर्सनल, टोटनह्याम र बर्न्ले तथा वेष्ट ब्रोम र स्टोक सिटी भिड्नेछन् ।

शिक्षण अस्पतालमा निःशुल्क मिर्गौला प्रत्यारोपण सेवा राेकियाे

काठमाडौं, भदौ ७ । त्रिवि शिक्षण अस्पताल, महाराजगञ्जमा साताको दुई जनाका दरले मात्रै मिर्गाैला प्रत्यारोपण भए साउन मसान्तसम्म ३२ जनाले निःशुल्क सेवा पाइसक्नुपर्ने हो। तर, साउन २३ गते सामाजिक सेवा शाखाको सूचनापाटीमा एकाएक अस्पतालले सूचना टाँस्यो, ‘निःशुल्क मिर्गौला प्रत्यारोपण सेवा सम्बन्धी निर्देशिका, २०७३ लागू नभएकाले सेवा उपलब्ध छैन।’ सरकारले वैशाख १ गतेदेखि मिर्गौला प्रत्यारोपण सेवा निःशुल्क भएको घोषणा गरेको हो। जसका लागि प्रत्यारोपण केन्द्रलाई एक जना बिरामी बराबर चार लाख ५० हजार र बिरामीलाई प्रत्यारोपणपछि औषधि उपचारका लागि थप एक लाख रुपैयाँ सरकारले दिने व्यवस्था छ। तर, नेपालको सबैभन्दा पुरानो र धेरै मिर्गौला प्रत्यारोपण हुने केन्द्र शिक्षण अस्पतालले निःशुल्क सेवा सुरु भएको पाँच महिना पुग्दा पनि कार्यान्वयनमा ल्याउन सकेन। नेपालमा रहेका तीन मिर्गौला प्रत्यारोपण केन्द्रमध्ये मानव अंग प्रत्यारोपण केन्द्र र वीर अस्पतालले भने वैशाखदेखि नै निःशुल्क सेवा दिइरहेको जनाएका छन्। शिक्षण अस्पताललाई निःशुल्क सेवा प्रारम्भ गर्न केले बाधा पार्‍यो त? ‘स्वास्थ्य मन्त्रालयका अधिकारीले निर्देशिका लागू भए पनि कार्यान्वयनमा आईनसकेको बताएपछि सेवा दिन सकिएन,’ अस्पतालका निर्देशक डा दिपक महरा भन्छन्, ‘सरकारले निःशुल्क घोषणा गरेपछि बिरामी सेवा लिन आउँछन्। हामीले पनि पटक–पटक मन्त्रालयमा यसका लागि पहल गरेका छौं, तर अहिलेसम्म कार्यान्वयन गर्ने अनुमति पाएका छैनौं।’ यो कुरालाई मानव अंग प्रत्यारोपण केन्द्रले असार २१ गते शिक्षण अस्पतालका नाममा बैठकका लागि पठाएको पत्रले पनि पुष्टि गर्छ। जहाँ ‘निर्देशिका कार्यान्वयनका लागि बैठक बस्ने’ उल्लेख छ। स्वास्थ्य मन्त्रालय चिकित्सा सेवा महाशाखाका प्रमुख डा भोलाराम श्रेष्ठ पनि शिक्षण अस्पताल निःशुल्क प्रत्यारोपण सेवाका लागि ‘सूचीकृत’ भईनसकेको बताउँछन्। तर, सूचिकृत हुन के प्रक्रिया अपनाउनुपर्छ भन्ने बारे उनले अनविज्ञता प्रकट गरे। अन्य दुई प्रत्यारोपण केन्द्रमा निःशुल्क भइहरेको अवस्थामा शिक्षण अस्पताललाई सेवा दिन रोक्नुको स्पष्ट जफाव मन्त्रालयका अधिकारीसँग छैन। कार्यान्वयनका लागि बसेको बैठकमा विवाद साउन २३ गते मिर्गौला प्रत्यारोपण गरिरहेका अस्पतालका निर्देशक, नेफ्रोलोजी विभाग प्रमुख, लेखा र सामाजिक इकाइमा कार्यरत कर्मचारीहरुकोे बैठक बोलाइएको थियो। बैठकमा मानव अंग प्रत्यारोपण केन्द्रका निर्देशक, मन्त्रालयका पदाधिकारी, वीर र शिक्षण अस्पतालका प्रमुखबीच विवाद भएको बुझिएको छ। ‘बैठकका लागि मन्त्रालयले चिठी पठाउनुपर्नेमा कसरी प्रत्यारोपण केन्द्रले पठायो?’ भन्ने प्रश्न वीर र शिक्षण अस्पतालका सहभागीले उठाएका थिए। स्वास्थ्य सचिव डा किरण रेग्मीको अध्यक्षतामा बैठक बस्ने भनी पत्रमा उल्लेख गरिएका कारण आफूहरु बैठकमा सहभागी भएको शिक्षण अस्पतालका निर्देशक डा महरा बताउँछन्। उनले भने, ‘नेपालमा प्रत्यारोपण सुरु गर्ने र अहिले पनि धेरै प्रत्यारोपण गरिरहेको अस्पताललाई कसरी मानव अंग प्रत्यारोपण केन्द्र अन्तर्गत राख्न खोजियो? भनेर प्रश्न गरेका थियौं।’ मानव अंग प्रत्यारोपण केन्द्रका निर्देशक डा पुकार चन्द्र श्रेष्ठले देखावटीका लागि मात्रै बैठक डाकेको वीर र शिक्षणका प्रतिनिधिले आरोप लगाएका छन्। सहभागीताका लागि वीर र शिक्षणमा दुई दिनअघि नै पत्र पुगे पनि स्वास्थ्य सचिव डा रेग्मीलाई भने ढिलो गरी जानकारी दिइएको थियो। बैठक सुरु हुनुभन्दा २० मिनेटअघि मात्रै जानकारी पाएकी सचिव रेग्मीले बैठकका लागि समय दिन सकिनन्। अर्कै कार्यक्रम तय भइसकेकाले उनी त्यता लागेपछि स्वास्थ्य मन्त्रालयकी प्रमुख विशेषज्ञ डा पुष्पा चौधरीको अध्यक्षतामा बैठक बस्यो। तर, मानव अंगले बैठक किन बोलायो भनेर विवाद भएपछि निर्देशिका कार्यान्वयनको प्रसंगले बैठकमा प्रवेश नै पाएन। निर्देशिका कार्यान्वयन सम्बन्धी निर्णय नभई निःशुल्क प्रत्यारोपणका लागि स्वास्थ्य मन्त्रालयले उपलब्ध गराउने अनुदान नआउने देखिएपछि शिक्षण अस्पतालले निःशुल्क सेवा दिन नसक्ने भनी सूचना टाँसेको हो। शिक्षण अस्पतालका सामाजिक इकाइ प्रमुख कृष्णदेव पन्तले भने, ‘मिर्गौला प्रत्यारोपण निःशुल्क भइसकेको बिरामीलाई थाहा छ। त्यसैले यसका लागि हामीकहाँ आएर गुनासो गर्न थालेपछि सूचना टाँस्न बाध्य भएका हौं।’ (स्वास्थ्यखबरबाट)    

वाइसीएलको संस्थापक अध्यक्ष भन्दा गर्व लाग्छ : रायमाझी

काठमाडौं, भदौं २ । शान्ति प्रक्रिया ताकाको जस्तो जुझारु र चुस्त वाइसीएल नहुनु र पार्टी अध्यक्ष प्रचण्ड नेतृत्वको सरकारले गरेका राम्रा कामको मार्केटिङ गर्न नसक्दा पार्टी तेस्रो भएको माओवादी नेताले दावी गरेका छन । नेकपा माओवादी केन्द्रका अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचण्ड’ नेतृत्वको सरकारले धेरै राम्रा काम गरेको र अहिलेको परिवर्तनको नेतृत्व कर्ता भएपनि त्यसको उचित मार्केटिङ गर्न नसकेको कारण स्थानीय निर्वाचनमा पार्टी तेस्रो भएको माओवादी केन्द्रका नेता एवम वाइसीएलका संस्थापक अध्यक्ष टोपबहादुर  बताए । शुक्रबार राजधानीको जुडीबुटीमा योग कम्युनिष्ट लिग नेपालको एकताको दोस्रो राष्ट्रिय सम्मेलनको उदघाटन समारोहलाई सम्बोधन गर्दै नेता रायमाझीले भने, अहिलेको परिवर्तन कर्ता हामी, संविधान निर्माण र कार्याृन्वयन कर्ता हामी, स्थानीय चुनाब गराउने हामी तर हामी तेस्रो पार्टी । कारण हामी हाम्रा राम्रा कामको मार्केटिङ गर्न सकेनौं ।’ अहिले तीनवटा शक्ति पहिलो प्रतिगामी, दोस्रो याथास्थितिवादी र तेस्रो अग्रगामी शक्ति अस्तित्वमा छन । प्रतिगामी शक्तिले परिवर्तनलाई पछि धेकेल्ने प्रयास गरेको छ भने अग्रगामी शक्तिले अगाडि तानी रहेको छ । भने याथास्थिति वादी शक्ति अरु दुई शक्ति मध्ये जुन बलियो हुन्छ त्यतै लतारिन्छ । अग्रगामी शक्तिको नेतृत्व अब वाइसीएललाई चुस्त र बलियो संगठन बनाएर मात्रै सम्भव छ । राजनीतिक क्रान्ति लगभग सकिएकाले अब आर्थिक सम्बृद्धी र उत्पादनमा युवालाई जोड्न सकेऔं भने रोजगारीको समस्या समाधान हुन्छ । कृषि, जलविद्युत, पयर्टन, जडीबुटी लगायत क्षेत्रमा वाइसीएलले नेतृत्व लिएर उत्पादन मुलक कार्य गर्नु पर्ने रायमाझीले बताए । त्यसपछि स्वदेशमै रोजगारी सृजना हुने र त्यसपछि विदेश जाने त कुरै छैन विदेश गएका पनि पर्किन्छ । त्यति मात्रै होइन विदेशी पनि नेपालको विकास हेननृ र जागीर गर्न आउने अवस्था बन्ने छ । राजतन्त्र फालेर गणतन्त्र ल्याए जसरी देशको विकास गर्न पनि वाइसीएल अब जुट्नु पर्ने नेता रायमाझीले बताए । आफूलाई वाइसीएलको संथापक अध्यक्ष वा नेता भएको भन्दा अहिले पनि खुशी लाग्ने बताए । ु

अब देशैभर फोरजी

काठमाडौं, साउन १७ । नेपाल टेलिकमले चौथो पुस्ताको मोबाइल इन्टरनेट (फेरजी) सेवा देशैभर पुर्याउने गरी कार्ययोजना तयार पारेको छ । द्रुत गतिको मोबाइल इन्टरनेटमा आधुनिक सेवा र सुविधा थप गर्दै देशैभर सेवा पुर्याउने गरी कार्ययोजना तयार पारिएको नेपाल टेलिकमकी प्रबन्ध निर्देशक कामिनी राजभण्डारीले जानकारी दिइन् ।  

१ वर्षमा ५० हजार बिद्यार्थी बिदेशिए

काठमाडौं, साउन ४ । एक वर्षमा ५० हजारभन्दा बढी नेपाली बिद्यार्थीले बिदेशमा अध्ययन गर्न शिक्षा मन्त्रालयबाट ‘नो अब्जेसन लेटर’ लिएका छन् । गत वर्ष ३२ हजार ४८९ नेपाली बिद्यार्थीले बैदेशिक अध्ययनका लागि आवेदन दिएकोमा यस वर्ष त्यस भन्दा १८ हजार १७० बढी बिद्यार्थीले आवेदन दिएका छन् । अध्ययनका लागि भिषा आवेदन गर्दा आर्थिक वर्ष २०७३/७४ मा मात्र डेढ अर्ब रुपैयाँ बिदेशिएको नयाँ पत्रिकामा खबर छ । शिक्षा मन्त्रालयबाट नो अब्जेसन लेटर लिने ५० हजार ६५९ बिद्यार्थीमध्ये २४ हजार २३३ बिद्यार्थीले अष्ट्रेलियाका लागि आवेदन दिएका छन् । अष्ट्रेलियाको भिषा आवेदनका लागि करिव ४५ हजार नेपाली रुपैयाँ पर्छ । नेपाली बिद्यार्थीको बिदेश मोहबारे शिक्षा मन्त्रालयले कुनै अध्ययन गरेको छैन । यसबारे अनौपचारिक बिश्लेषणमात्र हुने गरेको छ ।

कुचो लिएर सरसफाइमा नगरप्रमुख

जाजरकोट, साउन १ । त्रिवेणी नलगाड नगरपालिकालाई सफा र सुन्दर बनाउन नगरप्रमुख टेकबहादुर रावल आफै दैनिक बिहान बजार क्षेत्र कुचो समातेर सरसफाई जुटेका छन् । हरेक दिन बिहान नगरप्रमुखको नेतृत्वमा  नपाका दल्ली, कालीमटी ,बगारालगायका मुख्य बजारमा सरसफाई हुँदै आएको छ । जथाभावी फोहोर फाल्नेलाई पहिलो पटक सम्झाउने, दोस्रो पटक नमानेमा जरिमाना गर्ने लगाएका कारबाही हुने गरेको मेयर रावलले बताए् । सम्वृद्धी र विकास खोज्न बाहिर जानु पदैन,आफैबाट सुरु गर्नुपर्छ भन्दै यहाँको नगरपालिकाले त्यसको अगुवाई गरेको नपाका कार्यक्रारी प्रमूख सुरेन्द्र सिंहले बताए । दैनिक मेयर र कर्मचारीहरु कुची समातेर सडक, बजारमा सरसफाईमा व्यस्त देख्दा स्थानीयहरु पनि स्वतस्र्फुत तरिकाले सरसफाई अभियानमा सहभागी हुने गरेका छन् । अहिले बजारमा प्लास्टिक लगायत अन्य फोहोर वस्तु कसैले पनि जथाभावी फाल्न बन्द गरेको कार्यकारी प्रमुख सिंहले बताए । ‘हामी हाम्रो नपाबाट अरुले सिकुन भन्ने चाहान्छौँ’ सिंहले भने । त्यस्तै भेरी नपाले बातावरण हराभरा बनाउन अभियान थाल्ने भएको छ । राजनीतिमा आउनु अघि शिक्षक र जनसरकार प्रमूख भइसकेका रावल अत्यन्त महेनती र मिलनसार व्यक्ति हुन ।

अब सिमकार्डमा निगरानी !

काठमाडौं, असार १९ । नेपाल दूरसंचार प्राधिकरणले मोबाइल सिमकार्ड प्रयोगलाई नियमन गर्ने प्रकृया शुरु गरेको छ । प्राधिकरणले नेपालमा मोबाइल सेवा प्रदान गरिरहेका दूरसंचार कम्पनीका सिमकार्डहरुको सूचनालाई डिजिटाइजेसन गर्ने उदेश्यले नयाँ निर्देशिका ल्याउने तयारी गरेको हो । यसको लागि प्राधिकरणका सह निर्देशक मिनप्रसाद अर्यालको संयोजकत्वमा ५ सदस्यीय कार्यटोली गठन भएको छ । संयोजक तथा प्राधिकरणका प्रवक्ता अर्यालले मोबाइल सिमकार्ड प्रयोगलाई नियमन गर्न कानूनी आधार तयार पार्न अध्ययन गरिने जानकारी दिए । कार्यटोलीले सिमकार्डको डिजिटाइजेशन, अपरेटरको भूमिका र सिमकार्ड लिँदा लिईने फिंगरप्रिन्टलगायतको बारेमा अध्ययन गर्ने प्रवक्ता अर्यालले बताए ।

इन्डो–नेपाल कराँते प्रतियोगिता हुने

लोकेश धामी, धनगढी, बैशाख ३१ । कैलालीको धनगढीमा गोपाल राजु इन्डो–नेपाल कराँते प्रतियोगिता हुने भएको छ । सुदूरपश्चिममा कराँते खेलका संस्थापकद्वय गोपाल खड्का र राजु लामाको स्मृतिमा सो प्रतियोगिता हुन लागेको हो । सुदूरपश्चिमाञ्चल गोजुरियो कराँते दो संघ तथा नेपाल खेलकुद महासंघको संयुक्त आयोजनामा आउँदो जेठ १२ र १३ गते सो प्रतियोगिता हुने जनाइएको छ । प्रतियोगितामा विभिन्न तौल समूह गरी ४१ स्वर्ण, ४१ रजत र ८२ वटा कास्य गरी १६२ पदकका लागि प्रतिस्पर्धा हुने प्रतियोगिताका संयोजक प्रकाशकुमार चन्दले जानकारी दिए । सो प्रतियोगिताको अवसरमा सातौं राष्ट्रिय खेलकुद प्रतियोगितामा कास्य पदक विजेता खेलाडी गणेश विकलाई नगद १० हजार रुपैया पुरस्कार प्रदान गर्ने जनाइएको छ । संस्थापकद्वय खड्का र लामाको स्मृतिमा हरेक वर्ष प्रतियोगिता आयोजना गर्ने आयोजकले जनाएको छ ।

धनगढीमा इन्डो–नेपाल कराते प्रतियोगिता हुने

लोकेश धामी, धनगढी कैलालीको धनगढीमा गोपाल राजु इन्डो–नेपाल कराते प्रतियोगिता हुने भएको छ । सुदूरपश्चिममा कराते खेलका संस्थापकद्वय गोपाल खड्का र राजु लामाको स्मृतिमा सो प्रतियोगिता हुन लागेको हो । सुदूरपश्चिमाञ्चल गोजुरियो कराते दो संघ तथा नेपाल खेलकुद महासंघको संयुक्त आयोजनामा आउँदो जेठ १२ र १३ गते सो प्रतियोगिता हुने जनाइएको छ । प्रतियोगितामा विभिन्न तौल समूह गरी ४१ स्वर्ण, ४१ रजत र ८२ वटा कास्य गरी १६२ पदकका लागि प्रतिस्पर्धा हुने प्रतियोगिताका संयोजक प्रकाशकुमार चन्दले जानकारी दिए । सो प्रतियोगिताको अवसरमा सातौं राष्ट्रिय खेलकुद प्रतियोगितामा कास्य पदक विजेता खेलाडी गणेश विकलाई नगद १० हजार रुपैया पुरस्कार प्रदान गर्ने जनाइएको छ । संस्थापकद्वय खड्का र लामाको स्मृतिमा हरेक वर्ष प्रतियोगिता आयोजना गर्ने आयोजकले जनाएको छ । File Photo